वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग<br />२ अक्टूबर, २०१७<br />अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा<br /><br />प्रसंग:<br />मन मन को ही जानने को उत्सुक क्यों रहता है?<br />मन अपना विस्तार क्यों चाहता है?<br />मन क्या है?<br />मन को किस ताल पर जाकर समझा जा सकता है?<br />मन की बेचैनियाँ मन पर ही भारी क्यों पड़ता है?<br />इसे मन कहूँ, या मेरा मन?